आज २ अक्तूबर २००९ है भारत की दो महान अलौकिक हस्तियों का एक ही तिथि में जन्म लेना अलौकिक संजोग की बात है। मैं समझता हूँ और मानता भी हूँ कि यदि भगवान का कोई रूप हो सकता है तो निश्चये ही वह रूप महात्मा गाँधी और लाल बहादुर शास्त्री जैसा ही होगा । इन दोनों महान आत्मायों ने हमेशा ही दूसरो का ही सोच्चा और देश हित में अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया । सत्य के असली पुजारी, अहिंसा के मसिहयों और सत पथ गामी इन महामनों को अमृत कुमार शर्मा व पत्नी सुनीता शर्मा तथा पुत्री स्वाति शर्मा और पुत्र वैभव सहित दिल की गहराइयों से कोटि-कोटि शीश नवता हूँ ।
मेरे देश का हर नागरिक भी आज इन पुन्य आत्मायों को याद कर अपने/अपने शीश नवां कर श्रद्धांजली अर्पित कर रहा है ।
ईश्वर आल्हा तेरे नाम - सब को सन्मति दे भागवान,
रघुपति राघव रजा राम पतित ता पावन सीता राम
हे राम - हे राम