होली मुबारीक :-
भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर जहा दुष्ट राजा हिर्ह्येकाश्याप
का अंत किया वही उस होलिका का भी विनाश हुआ जिस को आग में ना जलने का वरदान भी भगवान ने ही दिया था .भगवान दयालु है पालनहार है पर अहंकार, आतंक, असत्य और परनिंदा को स्वीकार नहीं करते
होली रंगों का त्यौहार होता है और रंग प्रेम के परिचायक ! रंग वोहि स्वीकार सकते हैं जिन के
भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर जहा दुष्ट राजा हिर्ह्येकाश्याप
का अंत किया वही उस होलिका का भी विनाश हुआ जिस को आग में ना जलने का वरदान भी भगवान ने ही दिया था .भगवान दयालु है पालनहार है पर अहंकार, आतंक, असत्य और परनिंदा को स्वीकार नहीं करते
होली रंगों का त्यौहार होता है और रंग प्रेम के परिचायक ! रंग वोहि स्वीकार सकते हैं जिन के